पुननपरा–वायलार विद्रोह: जब मिट्टी ने खून से आज़ादी का गीत लिखा
अक्टूबर 1946 — यह वो दिन था जब इतिहास की मिट्टी खून से लाल हो गई।
राजा की सेना ने गाँवों पर हमला किया।
मज़दूरों ने भाले, दरांती और पुरानी बंदूकें उठाईं।
गोलियों की गड़गड़ाहट में समुद्र की लहरें भी काँप उठीं।